हलेड में रस्साकशी का रोमांच, दांव पर लगी प्रतिष्ठा, महिलाओं ने भी दिखाया दमखम
सांवरिया क्लब बना विजेता, अब सुवाना में हलेड का करेंगे प्रतिनिधित्व
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) गांव की चौपाल पर जब जोर-आजमाइश शुरू हुई, तो उत्साह का सैलाब उमड़ पड़ा। मौका था भगवान श्री बलराम पुरुष रस्साकशी प्रतियोगिता के तहत हलेड में आयोजित क्वालीफाइंग मुकाबले का। यहाँ न केवल पुरुषों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया, बल्कि महिलाओं ने भी रस्सा थामकर मैदान में अपना जबरदस्त जज्बा दिखाया। प्रतियोगिता को लेकर ग्रामीणों में भारी उत्साह देखा गया। कुल 7 टीमों ने जीत के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया। हर मुकाबले में रस्से के दोनों ओर खड़े खिलाड़ी अपनी पूरी ताकत झोंक रहे थे, वहीं दर्शकों की हूटिंग और तालियों ने माहौल को और भी रोमांचक बना दिया। विशेष रूप से महिलाओं की भागीदारी ने इस आयोजन को भव्य बना दिया। कांटे की टक्कर के बीच फाइनल मुकाबला सांवरिया क्लब और महाराजा सूरजमल टीम के बीच खेला गया। दोनों ही टीमें एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए संघर्ष करती रहीं, लेकिन अंत में सांवरिया क्लब ने बेहतर तालमेल और ताकत के दम पर खिताबी जीत हासिल की। अब यह टीम सुवाना पंचायत समिति स्तर पर आयोजित होने वाली महा-प्रतियोगिता में हलेड गाँव का प्रतिनिधित्व करेगी। आयोजक रामपाल चौधरी (पांसल) ने कहा की प्रत्येक युवाओं को कोई न कोई एक खेल अवश्य खेलना चाहिए। इससे हम खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से चुस्त-दुरूस्त रख सकते हैं। खेलों से आपसी सौहार्द व भाईचारे की भावना बढ़ती है। रस्साकशी जैसा पारंपरिक खेल न केवल शारीरिक बल, बल्कि टीम भावना और एकाग्रता का भी प्रतीक है। खेल में हार और जीत एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। आपसी भाईचारा और प्रेम बना रहे खेल का असली मकसद वही है। चौधरी ने बताया कि सुवाणा पंचायत समिति की पंचायतों के बीच होने वाले इस महा-मुकाबले में विजेता टीम को 1 लाख रुपये, उपविजेता को 51 हजार और तृतीय स्थान पर रहने वाली टीम को 21 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। पंचायत स्तर पर क्वालीफाई करने वाली टीमों को आयोजकों की ओर से रंगीन ड्रेस किट भी प्रदान की जाएगी।


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