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संगठन की मूल जड़ शाखा है, शाखा हमारे अंदर सद्गुणों का विकास करती हैं: कीर्ति सोलंकी

 

 

 

राष्ट्र सेविका समिति भीलवाड़ा विभाग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय प्रारंभिक शिक्षा वर्ग का चतुर्थ दिन

 

       भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) संगठन की मूल जड़ शाखा है शाखा हमारे अंदर सद्गुणों का विकास करती हैं। शाखा के माध्यम से हम हमारा शारीरिक, बौधिक और चारित्रिक विकास करते हैं। महिलाओं के विकास सुरक्षा और सामाजिक विकास के लिए मातृ शक्ति को प्रतिदिन एक घंटा निकाल कर राष्ट्र के लिए अपना समय समर्पण अवश्य करना चाहिए। यह बात राष्ट्र सेविका समिति भीलवाड़ा विभाग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय प्रारंभिक शिक्षा वर्ग के चौथे दिन मुख्य वक्ता प्रांत तरुणी प्रमुख कीर्ति सोलंकी (एडवोकेट) ने कही। सोलंकी ने कहा की शाखा हमारे व्यक्तिव सद्गुण विकास का मूल केंद्र हैं शाखा सद्गुण निर्मिति का केंद्र है। और सद्गुणों से युक्त व्यक्ति ही राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य का आधार है। वर्ग कार्यवाहिका मनीषा जाजू ने बताया कि वर्ग के चौथे दिन मुख्य वक्ता सोलंकी ने शाखा के महत्व व्यक्तित्व विकास के लिए शाखा का महत्व विषय पर उद्बोधन दिया। साथ ही मुख्य अतिथि के रूप अश्विनी बिश्नोई मौजूद रही। बिश्नोई ने बताया कि जब हम संघर्ष करते हैं तो हम अकेले होते हैं पर हमारी सफलता के साथ पूरी दुनिया साथ होती है हमको हमारा एक लक्ष्य निर्धारित करके उसके पीछे लग जाना चाहिए तभी सफलता प्राप्त होगी हमको हमारी दैनिक दिनचर्या बनाकर उसका पालन करना चाहिए। जो आप आज राष्ट्र सेविका समिति के इस वर्ग में सीख रहे हैं। समिति की वर्ग कार्यवाहिका नैना सोनी ने बताया की हम सभी को एक जुट हो एक साथ मिल कर कार्य करना चाहिए और महिलाओं हमेशा समाज में अपना पूर्ण योगदान देते रहना चाहिए। इस अवसर पर समिति के सुशीला पारीक, रेखा सोनी, आशा शर्मा, माया लढ़ा, बसंता पाराशर सहित अन्य कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।