श्री महेश पब्लिक स्कूल प्राइमरी विंग द्वारा आयोजित दो दिवसीय बाल संस्कार शिविर सम्पन्न
भीलवाडा। (पंकज पोरवाल) श्री महेश सेवा समिति द्वारा संचालित श्री महेश पब्लिक स्कूल प्राइमरी विंग द्वारा दो दिवसीय बाल संस्कार शिविर का आयोजन रामेश्वरम मे हर्षाेल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। श्री महेश सेवा समिति के सचिव राजेंद्र कुमार कचोलिया एवं निर्देशक और विद्यालय प्रभारी दिनेश शारदा ने बताया कि इस शिविर के माध्यम से बच्चों ने प्रार्थना, ध्यान, योग, मंत्रोच्चारण, आत्मरक्षा, देशभक्ति गीत, और समूह गतिविधियों के जरिए नैतिक मूल्यों व सकारात्मक सोच को आत्मसात किया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि श्री महेश सेवा समिति के मार्गदर्शक एवं संरक्षक तथा पूर्व सभापति अखिल भारतवर्षीय महासभा रामपाल सोनी थे। विशिष्ट अतिथि राधेश्याम चेचाणी (अध्यक्ष दक्षिण राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी सभा) सुभाष चंद्र बहेड़िया (पूर्व सांसद भीलवाड़ा), अनिल बाँगड़ (उपाध्यक्ष अखिल भारतीय महेश्वरी सेवा समिति सदन), कैलाश कोठारी (अध्यक्ष रामेश्वरम भवन समिति), अशोक बाहेती (जिलाध्यक्ष जिला माहेश्वरी सभा), केदार गगराणी, (अध्यक्ष नगर माहेश्वरी सभा भीलवाड़ा), पुरुषोत्तम गगरानी, श्यामसुंदर समदानी, सत्येंद्र बिड़ला, सुशील मरोटिया, प्रमोद डाड तथा श्री महेश सेवा समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश नराणीवाल, सचिव राजेंद्र कुमार कचौलिया, उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल जाखेटिया, सत्यनारायण मूंदड़ा, सह-सचिव प्रह्लाद राय हींगड़, कोषाध्यक्ष राजेश बाहेती, संचालक सदस्य ओम प्रकाश मालू, केदारमल जागेटिया, दिलीप तोषनीवाल, सुरेश चंद्र काबरा, चंद्र प्रकाश काल्या आदि उपस्थित रहे। शिविर का शुभारंभ अतिथियो द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं स्वागत समारोह के साथ हुआ। शिविर में हार्टफुलनेस बौद्धिक व्यायाम का सत्र योगेश लड्ढा द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें बच्चों को मन और शरीर के संतुलन की उपयोगी जानकारी दी गई। शिक्षकों द्वारा कला गतिविधियाँ कराई गईं। प्रसिद्ध समाजसेवी रतन शर्मा ने प्रेरक कहानियों के माध्यम से बच्चों में नैतिक मूल्यों का संचार किया, वहीं श्रीमती मधुबाला यादव द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीतों ने सभी के मन में देशप्रेम की भावना जागृत की। बच्चों ने वैदिक खेलों एवं मार्शल आर्ट सत्रों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। भगवान नकलख ने महाभारत और गीता पर आधारित कथाओं के माध्यम से बच्चों को जीवन के आदर्शों से अवगत कराया। समापन समारोह में बच्चों ने नृत्य, गीतों, मंत्रोच्चारण की प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। मुख्य अतिथि रामपाल सोनी ने आयोजन को अत्यंत सफल और संस्कारपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसे शिविर बच्चों में अनुशासन, आध्यात्मिकता, सृजनशीलता और राष्ट्रप्रेम के भाव को विकसित करते हैं। शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि बच्चों में संस्कार, अनुशासन और मानवीय मूल्य विकसित करना भी है। बाल संस्कार शिविर इसी दिशा में एक सार्थक प्रयास है।" विद्यालय की प्रधानाचार्या निधि झा भार्गव ने कहा कि "विद्यालय का मानना है कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि बच्चों में संस्कार, अनुशासन और मानवीय मूल्य विकसित करना भी है। बाल संस्कार शिविर इसी दिशा में एक सार्थक प्रयास है।" श्री महेश सेवा समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश नराणीवाल सचिव राजेंद्र कुमार कचोलिया, कोषाध्यक्ष राजेश बाहेती, निर्देशक व विद्यालय प्रभारी दिनेश शारदा ने भी शिविर को सम्बोधित किया। कार्यक्रम में बच्चों व अभिभावकों ने भी बाल संस्कार शिविर के बारे में अपने अनुभवों को साझा किया। समापन समारोह लक्ष्मी जी की महाआरती के साथ सम्पन्न हुआ। शिविर के यादगार पलों को साझा करते हुए सभी ने एक दूसरे का आभार व्यक्त किया और श्रेष्ठ संस्कारों के साथ जीवन में आगे बढ़ने का संकल्प लिया।
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