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स्वच्छता रैंक में भीलवाड़ा प्रदेश में तीसरे स्थान पर , महापौर की अपील शहर वासी कचरा सड़क पर नहीं फेंक कर डाले ऑटो टिपर में


स्वच्छता रैंक में भीलवाड़ा प्रदेश में तीसरे स्थान पर , महापौर की अपील शहर वासी कचरा सड़क पर नहीं फेंक कर डाले ऑटो टिपर में

भीलवाड़ा: केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को देश भर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के परिणाम जारी किए जहां भीलवाड़ा नगर निगम प्रदेश में तीसरे पायदान पर पहुंचने के साथ ही देश में 328 वी रैक से 53 वी रैंक में आ गया है जिसके बाद भीलवाड़ा नगर निगम के महापौर ने कहा कि अगर शहरवासी स्वच्छता के प्रति गंभीर होते हुए कचरा सड़क पर नहीं फेंक कर ऑटो पेपर में डाल देंगे तो हम अगले वर्ष हम स्वच्छता के मामले में इंदौर के स्थान पर होगे।

गुरुवार को स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 का परिणाम जारी हुआ जहा भीलवाड़ा नगर निगम को कुल 12500 अंकों में से 7988 अंक हासिल हुए। देशभर में तीन लाख से 10 लाख तक की आबादी वाले 111 शहरों में से भीलवाड़ा नगर निगम को 53 में रैंक हासिल हुई है जबकि पिछले वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में 328वीं रैंक हासिल की थी ऐसे में गत वर्ष की तुलना में भीलवाड़ा स्वच्छता के क्षेत्र में आगे बढा है वही प्रदेश में नगर निगम भीलवाड़ा ने गत साल के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया है जहां प्रदेश के 240 नगरीय निकायों में से भीलवाड़ा नगर निगम को 18वां स्थान मिला है 3 से 10 लाख आबादी वाले प्रदेश के 9 नगर निकायों में से भीलवाड़ा ने तीसरा स्थान हासिल किया जबकि पिछले वर्ष 15वें स्थान पर था।

स्वच्छता सर्वेक्षण में मैं के दौरान घर-घर कचरा संग्रहण, कचरा अलग-अलग करना, कचरा प्रसंस्करण, वर्षों पुराने कचरे का निस्तारण ,आवासीय बस्ती में सफाई, व्यावसायिक क्षेत्र में सफाई, जलाशयों की सफाई, सार्वजनिक सुविधाओं की सफाई जैसे विषयों पर जांच की गई वहीं प्रदेश में 3 से 10 लाख की जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में भीलवाड़ा ने अजमेर, कोटा जोधपुर और अलवर जैसे बड़े शहरों को पीछे छोड़ दिया है अजमेर संभाग में भीलवाड़ा को पहला स्थान मिला है।

स्वच्छता सर्वेक्षण में भीलवाड़ा को प्रदेश में तीसरा स्थान मिलने के बाद भीलवाड़ा नगर निगम के महापौर राकेश पाठक ने कहा कि स्वच्छता रैंकिंग में तुलनात्मक रूप से हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा है पिछले बार पूरे भारत वर्ष में भीलवाड़ा की 328 वी रैंक थी इस बार हमारी रैंक 53 आई है राजस्थान में भी हम तीसरे स्थान पर पहुंचे। मुख्य रूप से सफाई के लिए जो इंफ्रास्ट्रक्चर है उनको डवलप किया है उसी की बदौलत हम स्वच्छता के क्षेत्र में आगे बढे हैं मेने जब पदभार ग्रहण किया था तब घर-घर कचरा इकट्ठे करने के 50 आटो टिप्पर थे वर्तमान में 100 ऑटो टिपर है वही शहर की सुंदरता को बढ़ाने के लिए पूरे शहर की सरकारी इमारत को एक रंग में रंगने का काम किया है हमारी तीसरी रैंक निगमन की दौड़ में आयी है जबकि हमारे यहां स्टाफिंग पैटर्न परिषद का है इस बार ही नगर निगम में क्रमोनत हुआ है हमने ऐसे में निगम को पछाड़ा है  हमारे पास संसाधन कम होने पर अच्छा काम हुआ है जहा महापौर ने शहर वासीयो से आव्हान करते हुए कहा की शहर वासी एक संकल्प ले तो हम स्वच्छता मे इंदौर के बराबर बन सकते है शहरवासी कचराए ऑटो टिपर के अलावा कहीं नहीं डाले बाकी हर काम निगम कर देगा। जनता यह आदत डाल लेगी तो हम इंदौर की बराबर पहुंच जाएंगे। ऑटो टिपर को लेकर हम एक हेल्पलाइन जारी करने वाले हैं और जरूरत पड़ने पर सुबह- शाम ऑटो टिपर हर कॉलोनी में भेजेंगे।

बाईट- राकेश पाठक
 महापौर नगर निगम भीलवाड़ा