Image 1
Image 2
Image 3
Image 4

सांवरिया सेठ को भक्तों ने चढ़ाया  दिल खोलकर चढ़ावा , पांच राउंड में 25 करोड़ , 1 किलो सोना व 95 किलो चांदी का चढ़ावा 


सांवरिया सेठ को भक्तों ने चढ़ाया  दिल खोलकर चढ़ावा , पांच राउंड में 25 करोड़ , 1 किलो सोना व 95 किलो चांदी का चढ़ावा 


 चित्तौड़गढ़: चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित मेवाड़ के प्रसिद्ध श्री कृष्ण धाम सांवरिया सेठ के मंदिर में इस बार भक्तों ने जी खोलकर चढ़ावा चढ़ाया है जहां पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 25 करोड़ 13 लाख 64 हजार 699 रूपये की नगद राशि के साथ ही 1 किलो सोना व 95 किलो चांदी मिली।

 चित्तौड़गढ़ जिले के मंडपिया गांव में मेवाड़ का प्रसिद्ध कृष्ण धाम सांवरिया सेठ का मंदिर स्थित है । इस मंदिर से देश भर के भक्तों की गहरी आस्था जुड़ी हुई है जहां प्रतिवर्ष अमावस्या से पूर्व चौदस के दिन दान पत्र की पेटी खोली जाती है जहां पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस बार 26 अप्रैल से खोले गए दान पत्र के भंडार से पांच राउंड में काउंटिंग की गई । जहां अप्रैल महीने में भंडार से ऑनलाइन, मनी ऑर्डर व नकद 25 करोड़ 13 लाख 64 हजार 699 रूपये की राशि चढावे के रूप प्राप्त हुई है जो अब तक का रिकॉर्ड है ।

सांवरिया सेठ के भंडार की गिनती 26 अप्रैल से मंदिर ट्रस्ट बैंक और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में पूरी हुई इन पांच चरणों में कुल 22 करोड़ 6 लाख 8 हजार 761 रुपए नगद राशि प्राप्त हुई वही 3 करोड़ 7 लाख 55 हजार 938 ऑनलाइन व मनिआर्डर के जरिए प्राप्त हुई है ऐसे में अप्रैल महीने में सांवरिया सेठ के भंडार में 25 करोड़ 13 लाख 64 हजार 699 की राशि एकत्रित हुई। इस बार मंदिर में पिछले सारे रिकॉर्ड टूटे गये। दानपात्र में नकद राशि के साथ एक किलो 74 ग्राम 650 मिलीग्राम सोना व 95 किलो 467 ग्राम 5 मिलीग्राम चांदी भी चढ़ावें के रूप में मिली।

दर्शन के लिए लगती है कतारे -मेवाड़ की प्रसिद्ध श्री कृष्ण सांवरिया धाम में राजस्थान के साथ ही मध्यप्रदेश, गुजरात उत्तर प्रदेश और देश के विभिन्न राज्यों से सांवरिया सेठ के भक्त पहुंचते हैं जहां प्रतिदिन सांवरिया सेठ की आरती के साथ विभिन्न तरह का श्रृंगार किया जाता है काफी संख्या में भक्त या मन्नत लेकर पहुंचते हैं और भगवान सांवरिया सेठ के दर्शन के करने के बाद परिवार में सुख ,शांति व समृद्धि की कामना करते हैं भक्तों द्वारा सांवरिया सेठ से मांगी गई मन्नत पूरी होने पर वह चढ़ावे के रूप में सोने- चांदी के आभूषण व नकद राशि चढ़ावे के रूप में दानपात्र में डालते हैं।