भीलवाड़ा: कांग्रेस के वरिष्ठ राजनेता और पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर ने रविवार को भीलवाड़ा जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में वरिष्ठ पदाधिकारीयो से संवाद किया इस दौरान ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए का बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा की प्रदेश में कप सीरप से बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री व चिकित्सा मंत्री को पद छोड़ देना चाहिए वहीं कांग्रेस 100 साल पुरानी पार्टी है अगर हमारे कांग्रेस के राजनेता विधानसभा चुनाव के समय एकजुट होते तो प्रदेश मे आज कांग्रेस की सरकार होती।
प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ट राजनेता बाबूलाल नागर भीलवाड़ा पहुंचने पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी के नेतृत्व में स्वागत किया गया। स्वागत के बाद जिला कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं के संवाद का कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर ने वर्तमान सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि मैं भी चार बार विधायक रहा हूं जबकी इस सरकार को ना तो जनता से मतलब है ना सरकार को प्रशासन से मतलब है यह पर्ची सरकार हैं कांग्रेस के टाइम में जो- जो योजनाएं सैंक्शन हुई थी उनका सीएम पत्थर लगाते हुए घूम रहे हैं।
कफ सिरप से कुछ बच्चों की मौत को लेकर पूर्व मंत्री नागर ने कहा कि कांग्रेस के राज में 25 लाख रुपए तक का इलाज फ्री था इस सरकार ने उसको खत्म कर दिया। मै ड्रग कंट्रोलर का स्टेटमेंट देख रहा था मिनिस्टर कह रहे हैं कि मेडिसिन लेने से बच्चे मर गए हैं जबकि ट्रग कंट्रोलर कह रहे हैं कि 5 साल से छोटे बच्चों को दवा लेना ही नहीं चाहिए था। कप सिरीप बंद था उसको मेडिसिन स्थल से हटाना चाहिए था या नष्ट करना चाहिए था। राजस्थान की सरकार पूरी तरह फेल हो गई । कफ सिरप के मामले में गंभीर अनियमिता व लापरवाही है "हर गलती- सजा मांगती है" मंत्री विभाग का हेड होता है जब इस दवाई पर बैन था और रोक रखा था फिर सरकारी अस्पताल व डिस्पेंसरीयो में क्यो दे रहे थे यह मंत्री की जवाबदेही है हर गलती सजा मांगती है पूरे हिंदुस्तान में तहलका मचा हुआ है कफ सिरप मामले में मुख्यमंत्री को पद छोड़ देना चाहिए जब वह पद संभाल ही नहीं सकते हैं प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी हावी है प्रदेश में सरकार नाम की चीज ही नहीं है।
वही सोशल मीडिया के माध्यम से उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बेरवा के खिलाफ टिप्पणी करने के मामले में एक युवक को पुलिस ने पकड़ लिया जिस मामले को लेकर पूर्व मंत्री बाबूलाल ने कहा कि डां. प्रेमचंद बेरवा भाग्य का धनी है भाग्य में विधायक बनना लिखा हुआ था। दूदू की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है जो उप मुख्यमंत्री रहते हुए जिला नहीं बचा सका जिबकी अशोक गहलोत ने देशभर में एक पंचायत से दूदू को जिला बनाया था वह जिले को नहीं रोक पाया, दूदू में बेलगाम प्रशासन है। वर्तमान में चल रहे कैंप में कोई अधिकारी नहीं आ रहे हैं दूदू का हाल तो यह है कि एक हैडपंप खराब हो जाए तो 6 महीने तक ठीक नहीं हो पाए वह अवसर था जिसका डॉ प्रेमचंद को फायदा मिल गया दूदू की जनता चुनाव का इंतजार कर रही है कब प्रेमचंद बेरवा आए और ब्याज समेत वसूल किया जाए। उपमुख्यमंत्री पूरी तरह फेल हो गए हैं ।
वहीं मेवाराम जैन कांग्रेस में शामिल होने के बाद कांग्रेस के अंदर खाने विरोध हो रहा है जिसको लेकर पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर ने कांग्रेस पार्टी को महासमुद्र जैसा बताते हुए कहा कि आदमी पर जब तक न्यायालय दोष करार नही देता है तब तक वह दोषी नहीं होता है हमारी पार्टी 100 साल ऊपर की पार्टी छोटा-मोटा इतना विवाद चलता रहता है जहा पूर्व मंत्री ने खुद स्वीकार करते हुए कहा कि अगर हमारी पार्टी एकजुट हो जाती तो आज प्रदेश में राज ही हमारा आता बीजेपी का राज राजस्थान में इसलिए आ गया कि हमारे कांग्रेस पार्टी के राजनेताओं में विवाद था। कौन राजनेता किसको निपटा रहा था उससे पार्टी का नुकसान हुआ जबकि अशोक गहलोत ने राजस्थान में बहुत अच्छा काम किया ऐसा काम राजस्थान में ना भुथो ना भविष्यति।
वन टु वन-बाबूलाल नागर
पूर्व मंत्री
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