भीलवाड़ा -जिले के कुछ क्षेत्र में मानसूनी बरसात के बाद किसानों ने अपने खलियानो की ओर रुख कर लिया है जहां किसानो ने खरीफ की फसल की बुवाई शुरू कर दी है। किसानों ने इस बार मुख्यतः कपास, मूंग, उड़द, तिल, ग्वार, ज्वार ,बाजरा व सोयाबीन की फसल की बुवाई कर रहे हैं।
वहीं खरीफ की फसलों की बुवाई को लेकर भीलवाड़ा कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक गोपाल लाल कुमावत ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि मैं सभी किसान भाइयों से निवेदन करता हूं कि जिले के कहीं-कहीं क्षेत्र में वर्षा हो रही है ओर कहीं-कहीं क्षेत्र मे वर्षा नहीं हो रही है । किसानों के लिए जिले में खाद बीज की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता है। जिस क्षेत्र में पर्याप्त वर्षा हो गई है उसी क्षेत्र में किसान बुवाई करे जहां बरसात नहीं है वहां फसलों की बुवाई नहीं करें किसान सुखे में बीज न डालें । सुख में बीज डालने से दौबारा बुआई करने की जरूरत रहती है। फसल की बुवाई के समय बीज की ऊराई करें जिससे किसानों को फसलो की निराई गुड़ाई में आसानी रहेगी।
भीलवाड़ा जिले में इस बार खरीफ की फसल के रूप में 2 लाख 36000 हेक्टेयर भूमि में लक्ष्य रखा है जिसमें किसान मूंग, उड़द, तिल, ग्वार ,ज्वार, सोयाबीन, मूंगफली ,कपास ,बाजरा व मक्का की फसल की बुवाई करेंगे। वर्तमान मे बीटी कॉटन कपास की बुवाई हो चुकी है ओर जिस क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में बरसात हो गई है उस क्षेत्र में किसान मक्का व ज्वार की फसल की बुवाई कर रहे है ।
बाईट- गोपाल लाल कुमावत
सयुक्त निदेशक कृषि विभाग, भीलवाड़ा
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