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काशीपुरी धाम मेंहोने वाला संकीर्तन भक्तों के लिए अलौकिक अनुभव लेकर आता है : सुरेश पोद्धार

 

 

मोक्षदा एकादशी पर काशीपुरी धाम में भव्य श्री श्याम संकीर्तन

 

सुधीर पारीक के भजनों पर भाव-विभोर हुए भक्त, मंदिर प्रांगण को फूलों, दीपों और आकर्षक लाइटिंग से सजाया

 

 भीलवाडा। (पंकज पोरवाल) पावन मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती के अवसर पर काशीपुरी धाम स्थित श्री श्याम मंदिर में आयोजित संगीतमय श्री श्याम संकीर्तन भजन संध्या में शहर भर से आए श्रद्धालुओं ने गहरी भक्ति के साथ सहभागिता की। कार्यक्रम में भजन गायक सुधीर पारिक (भीलवाड़ा) ने जैसे ही अपनी सुमधुर स्वर-लहरियों में श्याम भक्ति के सुर छेड़े, पूरा पंडाल 'श्याम३श्याम३' के अलख से गूंज उठा। भक्तजन देर रात तक भजनों में डूबे रहे और मंदिर परिसर में दिव्य आध्यात्मिक वातावरण बना रहा। संकीर्तन की शुरुआत बड़े हर्षाेल्लास के साथ हुई, जिसमें सुधीर पारिक ने 'तेरी मैया को मैं भूल न पाऊँ गिरधर श्याम', 'मेरा अंबर भी श्याम तेरा, मेरा घर भी श्याम तेरा', और 'श्याम तेरा दीवाना३ दर पे तेरे आना' जैसे लोकप्रिय भजन प्रस्तुत किए, जिन पर भक्त झूम उठे और कई श्रद्धालुओं ने मोबाइल फ्लैशलाइट जलाकर पूरा वातावरण उजाला और भक्ति से भर दिया। अध्यक्ष सुरेश पोद्धार ने बताया कि मोक्षदा एकादशी का विशेष महत्व शास्त्रों में वर्णित है क्योंकि इसी दिन कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने मोहग्रस्त अर्जुन को श्रीमद्भगवद्गीता का दिव्य ज्ञान प्रदान किया था, इसलिए इस तिथि को गीता जयंती भी कहा जाता है। उन्होंने बताया कि काशीपुरी धाम में हर वर्ष होने वाला यह संकीर्तन भक्तों के लिए अलौकिक अनुभव लेकर आता है और इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर प्रांगण को फूलों, दीपों और आकर्षक लाइटिंग से सजाकर भक्ति-मय दृश्य निर्मित किया गया था। मीडिया प्रभारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि संकीर्तन का लाइव प्रसारण सोशल मीडिया के माध्यम से भी किया गया, जिसे हजारों लोगों ने देखा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य भक्ति, सेवा, सद्भाव और सकारात्मक ऊर्जा पूरी तरह सफल रहा। समिति द्वारा पानी, प्रसाद, पार्किंग और सुरक्षा की उत्कृष्ट व्यवस्था की गई थी, जिससे श्रद्धालु निर्बाध रूप से संकीर्तन का आनंद ले सकें। मोक्षदा एकादशी होने के कारण दिनभर मंदिर में गीता पाठ, विष्णु पूजा, दीपदान और मंत्र जाप चलता रहा। श्रद्धालुओं ने भगवान श्री श्याम के समक्ष अपनी मनोकामना व्यक्त की और आध्यात्मिक शांति का अनुभव किया। संकीर्तन के अंत में आरती के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ और प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम का सुंदर संचालन श्री श्याम सेवा समिति (रजि.) काशीपुरी धाम, भीलवाड़ा द्वारा किया गया। जिसमें सभी पदाधिकारी और युवाओं ने सहयोग किया। भक्तजन देर रात तक श्याम नाम में डूबे रहे और मोक्षदा एकादशी की इस पावन रात को दिव्य स्मृति बनाकर लौटे।