Image 1
Image 2
Image 3
Image 4

महेश पब्लिक स्कूल, प्राइमरी विंग के विद्यार्थियों को करवाया शैक्षणिक

 

शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों में व्यवहारिक ज्ञान बढ़ाने में मददगार होते हैं: ओमप्रकाश नराणीवाल

 

शिक्षा में व्यावहारिक ज्ञान और रचनात्मकता का समावेश होना चाहिए: राजेंद्र कुमार कचोलिया

 

पोस्ट ऑफिस में आधुनिक डाक सेवाओं को समझा, गौशाला में पशुओं की देखभाल, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ कीं प्राप्त

 

भीलवाडा। (पंकज पोरवाल) श्री महेश सेवा समिति द्वारा संचालित श्री महेश पब्लिक स्कूल, प्राइमरी विंग के विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण के तहत स्थानीय पोस्ट ऑफिस तथा गौशाला का भ्रमण करवाया गया। समिति के निर्देशक विद्यालय प्रभारी दिनेश शारदा ने बताया कि कक्षा 1 2 के विद्यार्थियों ने पोस्ट ऑफिस में बच्चों ने पत्रों की बुकिंग, स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री, डाक टिकटों का उपयोग, पार्सल प्रबंधन तथा आधुनिक डाक सेवाओं की पूरी प्रक्रिया को निकट से समझा। बच्चों ने डाकघर में होने वाली विभिन्न प्रक्रियाओं को नजदीक से देखा और समझा कि कैसे चिट्ठियां और पार्सल गंतव्य तक पहुंचते हैं। डाकघर के कर्मचारियों ने विद्यार्थियों को पत्रों की छंटाई से लेकर वितरण तक की प्रणाली का रोचक और सरल परिचय कराया। वहीं कक्षा 3 से 5 तक के विद्यार्थियों ने गौशाला भ्रमण के दौरान गौ-सेवा, पशुओं की देखभाल, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त कीं। जिसमें उन्हें गायों के महत्व और गौ संरक्षण का संदेश दिया गया। गौशाला में बच्चों ने गायों को गुड चारा खिलाया। छात्रों ने गायों से होने वाले लाभ जैसे दूध, घी आदि की भी जानकारी प्राप्त की तथा गौ सेवा और संस्कृति के प्रति जागरूकतागायों के सामाजिक, सांस्कृतिक आर्थिक महत्व को भी समझा। विद्यालय की प्रधानाचार्या निधि झा भार्गव ने बताया कि भ्रमण के दौरान बच्चों के चेहरे पर उत्साह देखने लायक था, उन्होंने केवल डाकघर गौशाला की कार्यप्रणाली को समझा, बल्कि इससे जुड़ी कई नई बातें भी सीखीं। भविष्य में भी विद्यालय इस तरह की रोचक और ज्ञानवर्धक यात्राएं आयोजित करता रहेगा, जिससे बच्चे सीखने के नए आयामों से परिचित हो सकें। अध्यक्ष ओमप्रकाश नराणीवाल ने कहा कि ऐसे शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों में व्यवहारिक ज्ञान बढ़ाने और जागरुकता विकसित करने में मददगार होते हैं। सचिव राजेंद्र कुमार कचोलिया ने कहा कि शिक्षा केवल कक्षा तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उसमें व्यावहारिक ज्ञान और रचनात्मकता का समावेश होना चाहिए और यह भ्रमण इसी बात को सार्थक करता है। राजेश बाहेती ने कहा कि शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास, व्यवहारिक सीख, सामाजिक समझ और सांस्कृतिक जागरूकता को मजबूत बनाते हैं। यह बच्चों को ज्ञान के साथ-साथ जीवन/मूल्य भी प्रदान करती है। निर्देशक विद्यालय प्रभारी दिनेश शारदा ने इस भ्रमण को बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत उपयोगी बताते हुए कहा, ऐसे शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों में व्यवहारिक ज्ञान, मानवीय मूल्य, करुणा और प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी विकसित करते हैं। बच्चों ने भी इस भ्रमण को बेहद शिक्षाप्रद और यादगार अनुभव बताया। पोस्ट ऑफिस के सभी कर्मचारियों गौशाला सरंक्षकों को शैक्षणिक भ्रमण में सहयोग प्रदान करने के लिए विद्यालय की ओर से आभार व्यक्त किया गया।