कांग्रेस छोड भाजपा में शामिल हुए हुरडा पंचायत समिति के प्रधान, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष का बयान गलती हमारे से हुई जो हमने कृष्णा सिंह को प्रधान बना दिया, प्रधान को परखने में मेरे से हुई गलती
भीलवाड़ा: भीलवाड़ा जिले की हुरडा पंचायत समिति से कांग्रेस पार्टी से विजयी हुए प्रधान कृष्णा सिंह राठौड़ ने सोमवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर कांग्रेस छोड बीजेपी का दामन थाम लिया इसके बाद आसींद विधानसभा क्षेत्र के राजनीतिक हल्के में काफी चर्चा है जहां आसींद से पूर्व विधायक व प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष हगामी लाल मेवाड ने कहा प्रधान ने कांग्रेस पार्टी के साथ गद्दारी की है गलती हमारे से हुई और हमारी परख कमजोर थी जिसके कारण पार्टी ने उनको प्रधान बनाया प्रधान कृष्णा सिंह के विचार ही भाजपा समर्थित थे मै तो ऐसे मौके पर कहना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक लंबी ट्रेन की भांति है इसमें कहीं राजनेता ट्रेन की भांति चढ़ते हैं और उतरते हैं आसींद विधानसभा क्षेत्र से जिस भी कांग्रेस के राजनेता को पार्टी की विचारधारा अच्छी नहीं लगती है वह भाजपा में जा सकते हैं मैं इस मौके पर प्रधान कृष्णा सिंह को धन्यवाद देता हूं। प्रधान के भाजपा में जाने से कांग्रेस पार्टी को एक वोट की भी हानि नहीं होगी क्योंकि उनके विचार ही भाजपा के थे।
भीलवाड़ा जिले की आसींद विधानसभा क्षेत्र की हुरडा पंचायत समिति से कांग्रेस से पंचायत समिति के प्रधान कृष्णा सिंह राठौड़ ने पार्टी बदलने का हृदय परिवर्तन हुआ है जहा सोमवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रशांत मेवाडा, क्षेत्रीय विधायक जब्बर सिंह सांखला व वरिष्ठ भाजपा राजनेता हनुवंत सिंह राठौड, मंडल अध्यक्ष हेमराज चौधरी की मौजूदगी में कांग्रेस छोड बीजेपी का दामन थाम लिया । भाजपा का दामन थामने के बाद प्रधान कृष्णा सिंह राठौड़ कह रहे हैं कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कार्यप्रणाली प्रणाली से प्रभावित होकर भाजपा का दामन थामा है मगर अंदर खाने लोगों में चर्चा का दौर शुरू हो गया है जहां कांग्रेस के राजनेताओं ने कहा कि पार्टी ने कृष्णा सिंह को इतना कुछ देने के बाद भी उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है।
भाजपा का दामन थामने वाले हुरडा पंचायत समिति के प्रधान कृष्णा सिंह राठौड़ प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक हगामी लाल मेवाड़ा की विधानसभा क्षेत्र के खारी का लांबा गांव के निवासी है जो मजदूर यूनियन के लीडर भी रहे उसके बाद खारी का लांबा पंचायत समिति क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर हुरडा पंचायत समिति क्षेत्र के प्रधान बने । कांग्रेस के शासन में उन्होंने काफी सुरखिया बटोरी मगर प्रदेश में भाजपा का शासन आने के बाद प्रधान कृष्णा सिंह ने कांग्रेस के राजनेता हगामीलाल मेवाड़ा का विश्वास तोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है जबकि हगामी लाल ने ही इनको प्रधान बनाने में मदद की।
जहां आसींद विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक एवं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हगामीलाल मेवाड़ा ने कहा कि प्रधान कृष्णा सिंह राठौर ने कांग्रेस पार्टी के साथ गद्दारी की प्रधान स्वार्थ के हिसाब से कांग्रेस में थे लेकिन उनके विचार प्रधान बनने के बाद बीजेपी के थे। प्रधान कांग्रेस में होते हुए भी भाजपा के हर प्रोग्राम में सम्मिलित होते थे जहां प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा की आसींद विधानसभा क्षेत्र से जिस भी राजनेताओं को कांग्रेस की विचारधारा अच्छी नहीं लगती है उनको तुरंत कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए क्योंकि हमारे नेता राहुल गांधी भी कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी में कुछ गद्दार लोग हैं उनकी वजह से ही पार्टी कमजोर हो रही है। विधानसभा क्षेत्र में कुछ "आस्तीन के सांप" घुसे हुए हैं जो राजनेता पद तो कांग्रेस पार्टी से ले लेते हैं ओर काम करते हैं आरएसएस व भारतीय जनता पार्टी में। मैं तो प्रधान कृष्णा सिंह राठौड़ को धन्यवाद देता हूं कि वह अपनी मूल विचारधारा के साथ जुड़ गए । कांग्रेस तो देश की सबसे पुरानी पार्टी है कांग्रेस पार्टी कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एक लंबी ट्रेन की भांती है इसमें ट्रेन की भांति कई नेता उतरते हैं और कई नेता चढ़ते हैं कृष्णा सिंह राठौर के भाजपा में शामिल होने से आसींद विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को एक वोट की भी हानि नहीं होगी। जहां प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कृष्णा सिंह राठौड़ को प्रधान बनाने में खुद की गलती मानते हुए कहां की गलती तो हमारे से हुई जहां हमने कृष्णा सिंह को परखने में गलती करते हुए हुरडा पंचायत समिति का प्रधान बना दिया।
कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए हुरडा पंचायत समिति के प्रधान कृष्णा सिंह राठौड़ ने कहा कि मैं वैचारिक समानता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के विचारों से प्रभावित होकर भाजपा का दामन थामा है भाजपा की ओर से मेरे पर कोई दबाव नही था अगर दबाव होता तो मैं विधानसभा के चुनाव के समय ही कांग्रेस छोड भाजपा में शामिल हो जाता वही कांग्रेस के राजनेता मेरे को आरएसएस का समर्थन करने का आरोप लगा रहे हैं वह आरोप निराधार है हां मै मन से आरएसएस की सराहना करता था लेकिन आरएसएस के मंच पर कभी नहीं गया वही कांग्रेस के राजनेताओं से मेरी कोई नाराजगी नही है प्रधान ने आरोप लगाते हुए कहा कि भीलवाड़ा जिले में तो कांग्रेस है ही नहीं ? जिले में कांग्रेस के नेता आपस में कांग्रेस को कमजोर करने में लगे हुए हैं।


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