अवैध खनन / निर्गमन /भण्डारण के विरुद्ध अभियान के 3 दिनों में अभी तक जिले में कुल 36 प्रकरण बनाये गये एवं 9 प्रकरण में मुकदमा दर्ज


भीलवाड़ा_जिला कलक्टर नमित मेहता एवं पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यन्त के निर्देशन में जिले में खनिजों के अवैध खनन/निर्गमन /भण्डारण के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान तहत निरन्तर कार्यवाहियां की जा रही है। जिसके तहत् रात्रि में खनिज विभाग को सूचना मिलने पर खनिज विभाग की टीम ने खनिज गारनेट के अवैध निर्गमन में पाये जाने पर एक डम्पर को जब्त कर पुलिस थाना माण्डल को सुपुर्द किया गया। 


पुलिस थानाधिकारी शम्भूगढ़ द्वारा खारी नदी सरद अंटाली में बजरी में अवैध परिवहन करते हुए पाये जाने पर 2 ट्रेक्टर-ट्रोली जब्त कर मुकदमा दर्ज किया गया। अवैध गारनेट स्टॉक की सूचना पर तहसीलदार, रणवीर सिंह गुलाबपुरा, पुलिस थानाधिकारी के साथ गांव रूपाहेली पहुंचे। जहां पर एक फैक्ट्री में लगभग 82 टन प्रोसेस्ड गारनेट एवं 250 टन मिक्स गारनेट पाया गया। मौके पर उपस्थित फैक्ट्री प्रतिनिधि द्वारा खनिज के संबंध में कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किये एवं संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया। तत्पश्चात् सूचना मिलने पर मौके पर ही उपअधीक्षक जितेन्द्र सिंह एवं खनि अभियंता चन्दन कुमार मय तकनीकी कर्मचारी दिनेश कुमार के साथ अवैध स्टॉक स्थल पर पहुंचे। मौके पर पडे हुए अवैध गारनेट को जब्त कर मौके पर उपस्थित पटवारी को निगरानी में दिया गया। अवैध स्टॉक गारनेट की शास्ती राशि वसूली की कार्यवाही खान विभाग द्वारा की जा रही है। राजस्व, पुलिस एवं खान विभाग की सयुक्त टीम गुलाबपुरा द्वारा कुल 5 प्रकरण बनाये गये। जिसमें वसूली की कार्यवाही जारी है। तहसील बिजौलिया में सेण्ड स्टोन का अवैध स्टॉक जब्त कर शास्ति वसूली की कार्यवाही की जा रही है। 

*शनिवार को कुल 11 प्रकरण बनाये एवं 1 प्रकरण में मुकदमा दर्ज*

शनिवार को जिले में अभियान के तहत अवैध खनन/निर्गमन / भण्डारण के कुल 11 प्रकरण बनाये गये एवं 1 प्रकरण में मुकदमा दर्ज कराया गया।

खनि अभियंता चन्दन कुमार ने बताया कि अवैध खनन / निर्गमन /भण्डारण के तहत अभी तक जिले में कुल 36 प्रकरण बनाये गये एवं 9 प्रकरण में मुकदमा दर्ज किया गया। अभियान के तहत् कुल 16.51 लाख रूपये की शास्ती राशि वसूल की गई। ओ.पी. काबरा, अधीक्षण खनि अभियंता एवं अविनाश कुलदीप, अधीक्षण खनि अभियंता (सर्तकता) के द्वारा अभियान के तहत् प्रभावी कार्यवाही के लिए खान विभाग के अधिकारियों/ तकनीकी कर्मचारियों को निर्देश दिये जा रहे है एवं मॉनिटरिंग की जा रही है।